भजन- आएंगे याद तो ऋषिवर आपको
गायक व लेखक - पंडित रामनिवास आर्य
तर्ज - लिखे जो खत तुझे तेरी याद में
आएंगे याद तो ऋषिवर आपको,
किए जो उपकार जगाने के लिए
कहीं पर नाम ना होता
जनेऊ और चोटी का
बदलता ना यह स्वभाव
वदी आदत जो खोटी का
गौ माता की बोटी का
सेवन सरेआम ही होता
आएंगे याद तो......
बाल विधवा सती प्रथा
और बच्चों की थी शादी
पाप मिटता न दुनिया से
दयानंद बिन खराबी का
बरस अस्सी का दूल्हा था
दुल्हन सौल का व्याह होता
आएंगे याद तो...
वेद दर्शन व गीता पर
कहीं व्याख्यान ना होते
रामायण की कथा ना होती
राम घनश्याम ना होते
नमाज-ए-अल्लाह हू अकबर
सुनाते गा रहे होते
आएंगे याद तो...
मान लेते ऋषिवर की
राज होता ना दस्युओं का
ना होते शराब के ठेके
कत्ल होता ना पशुओं का
ए रामनिवास भारत में
राज वीरों का ही होता
आएंगे याद तो......